क्रोना वायरस

जब सब जगह क्रोना वायरस की चर्चा है और सामान्य जन जीवन अस्त व्यस्त है तो मेरा ध्यान २ शमूएल १५-२५ की और जाता है जहाँ राजा दाऊद की हठधर्मी से पुरे देश में महामारी आयी। राजा दाऊद के यह वचन बहुत दुखद है जहाँ वह कहता है मैंने बस मैंने पाप किया है ,इन निर्दोष भेड़ो प्रजा का क्या दोष किया है ! ऐसा हो कि आपका क्रोध मेरे और मेरे परिवार पर पड़े। दुनिया की सरकारे , प्रशासन और सत्ताधारी नेता केवल अपने राजनैतिक हित की बात करती है, अपने एजेंडे को आगे बढ़ाती है और परमेश्वर के उस महान आदेश का जो कहता है , ” अपने पड़ौसी से वैसे ही प्रेम करो जैसे आपने आपको ” तिरस्कार करती है। परमेश्वर के एजेंडे में हर नर और नारी बहुमूल्य है। उसकी जाति, कुल, आर्थिक स्थिति ,ओहदा ,और लिंग का परमेश्वर के प्रेम से वंचित होने से कोई रिश्ता नहीं। हम उपवास ,विलाप के साथ मध्यस्था की प्राथना के प्राथना करे और आराधना के स्थान की वेदी और चबूतरे के बीच में खड़े होकर रोये और परमेश्वर से कहे है प्रभु हमारे नेताओ , रहनामुओं और लीडर्स ने गलती की है और आपके नियमो और विधिओ का तिरस्कार किया है , हम उनके साथ साथ दोषी है कि हमने प्राथना नहीं की, सत्य का सामना नहीं किया और आज हम सब उसका परिणाम भुगत रहे है। हे परमेश्वर अपने फ़रिश्ते को भेज और क्रोना वायरस को रोक जैसे तूने विनाश के फ़रिश्ते को येरुसलेम पहुंचने से पहले रोका था। आपका वचन कहता है कि आप पछताए कि आपने महामारी भेजी। हे प्रभु आप तो जीवन के परमेश्वर हो ना कि मृत्यु के ! आपके बेटे का बलिदान २००० साल पहले मनुष्य को मृत्यु से बचाने के लिए दिया गया था ना की मारने के लिए नहीं। हम इस महामारी को रोकने के लिए आपके पास उस विधवा की तरह आएंगे जिसने अन्यायी न्यायधीश को रोज सुबह दरवाज़ा खटखटाकर थका दिया था। प्रभु बेटिया और बेटे सफर नहीं कर सकते,स्कूल नहीं जा सकते, व्यवसाय ठप है और मीडिया बस मौत की ही रिपोर्ट देता है।मुझे तो बस वह पुराना गाना याद आता है ,”दुनिया बनाने वाले क्या तेरे मन में समायी , कहे को दुनिया बनायीं ” क्या आपने मनुष्य को बस जीते जी बीमारी से मर जाने के लिए ही बनाया है। अगर ऐसे है तो उन्हें जीवन देने का क्या फायदा ! आप आम आदमी और जनता को सत्ताधारी क्रूर प्रशासकों के पापो की सजा मत दो। दया करो और इस महामारी को तुरंत रोको जिससे जीवन सामान्य हो जाये। यह सब हम अपने उद्धारकर्ता प्रभु येशु के नाम से मंगाते है , सुन और कबूल कर ! आमीन
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God of unusual miracles !

Bible tells about God who gave child to barren and old women, and  returned dead and only son of a widow. He cured any long and incurable diseases and fed thousands of peoples in the wildreness with no money or  no shop available. He provided bread for His chosen ones and brought rain for farmers in drought as well saved them from flood. He sent an angels against those who attacked His people and killed 185000 in a day. He divided red sea and Jorden  river to rescue His people from slavery.  In Daniel 2: 21 He says that He has word events under His control and He changes kings and rulers and throws them away.

Bible talks about this God in 2 Chronicles !6:9 that He looks for those whose hearts are committed to Him so that He can give strength and power.

Would you like to be enlisted in a group of people who bring revival and get strength from God of Heaven. The intimacy or trustworthiness in relationship with Him are the keys of your success of changing your own and other´s life.

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आश्चर्य कर्म करने वाला परमेश्वर

हम उस परमेश्वर में विश्वास करते है जिसने बूढ़ी और बाँझ को बच्चा दिया, विधवा को उसका इकलौता मरा हुआ बेटा जिन्दा करके वापस कर दिया, हर लम्बी और लाइलाज बीमारी को चंगा किया और भूखो को बियाबान में बिना पैसे या दुकान के होते हज़ारो को खाना खिलाया। उसने अकाल में अपने चुने हुओं को रोटी दी, सूखे में बारिश दी और बाढ़ में अपने चुने हुओं को बचाया। उसने हिंसा करने वाला राजा के खिलाफ स्वर्ग दूत भेजकर एक दिन में 185000 को मर गिराया और अपनी प्रजा को बचाने के लिए लाल समुन्द्र और यरदन नदी को विभाजित किया। डेनियल की किताब 2 :21 में लिखा है कि वह समय और मौसम को बदलता है और राजाओ को हटाता और बदलता है वह बुद्धिमान को समझ और परखने वाले को ज्ञान देता है। 1 इतिहास 12 : 32 में इस्साकार की जाति का वर्णन है जिनको सरदारों की संख्या 200 थी और वह जानते थे कि समय के चिन्ह क्या है और इजराइल को क्या करना चाहिए। अगर आप भारत को प्रेम करते है तो आपकी मध्यस्था, प्रशंसा और प्राथना के द्वारा परमेश्वर से विशेष ज्ञान पाकर उस परिस्थति को बदल सकते है जो अब चल रही है। 2 इतिहास 16 :9 में लिखा है कि परमेश्वर की आँखे सारी दुनिया में ऐसे व्यक्ति को ढूंढती है जिसका ह्रदय उसके प्रति पूरी तरह से समर्पित हो और वह उसे शक्ति और सामर्थ दे सके। क्या आप ऐसे विश्वासीओ की लिस्ट में शामिल होना चाहते है जो परमेश्वर से शक्ति पाए और भारत में बेदारी लाये। आपकी परमेश्वर के प्रति विश्वसनीयता और घनिष्ट सम्बन्ध इस बात की कुंजी है। अमरजी , सबका रेडियो आपकी प्रोत्साहन देने और ढांढस बनाने वाला ऑनलाइन रेडियो www.sabkaradio.com . www.aapkiaashaa.org

” परमेश्वर यो कहता है, मैं तुझे छुड़ाउंगा।

यिर्मयाह 1 :17 “उनसे डरने की जरूरत नहीं नहीं तो मैं तुझे उनके सामने बेवकूफ बना दूंगा। देख मैंने तुझे उनके हमलो से सम्पूर्ण सुरक्षा का प्रबंध किया है। वह तुम्हे नुकसान नहीं पहुंचा पाएंगे। तुम एक सुद्रण नगर के सामान होंगे जिससे जीता नहीं जा सकता, एक लोहे के खम्बे के सामान और भरी पीतल के दरवाज़े जैसे। सारे के सारे शत्रु , राजा,अधिकारी और याजक तेरे सामने टिक नहीं पाएंगे। वह कोशिश तो करेंगे पर कामयाब नहीं होंगे।
क्योकि मैं तुम्हारे साथ हूँ ” परमेश्वर यो कहता है, मैं तुझे छुड़ाउंगा।
१ शमूएल ३०:६ में लिखा है कि डेविड बहुत दुखी हुआ क्योकि लोगों ने उस पर पत्थर फेंकने की बात की क्योकि लोगो के मन में बहुत दुःख था क्योकि हरेक को आने लड़के और लड़कियों की सुरक्षा की फ़िक्र थी ;परन्तु डेविड ने अपने आप को परमेश्वर में प्रोत्साहित किया।
परमेश्वर के यह वचन व्यवहारिक रूप में कार्यशील करने के लिए आप को उसके वचन को मुख से बोलना होगा जिससे आप के कान सुने और विश्वास आये जो प्रोत्साहन लाये। हर सच्चा मसीह राजा और याजक दोनों है। आप अपनी , अपने कलीसिया की ,गली मोहल्ला और समाज की परिस्थिओं को बदल सकते है और उनकी संस्कृति में परमेश्वर के इस ज्ञान का समावेश करके उनको स्वर्गदूतो की पहरेदारी में सदृण किले में रख सकते हो।
परमेश्वर के वचन को लोगोस से रेहमा में परिवर्तित करने से आप जीवन में विजय पा सकते है।
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मीडिया

आज की खबर , समाचार या ज्ञान मीडिया के द्वारा फैलाया जाता है। राजनैतिक पार्टिया और धार्मिक समुदाय भी अपनी फिलॉसफी के प्रचार में इसी के सहायता लेते है।
गूगल , माइक्रोसॉफ्ट, फेसबुक, यूट्यूब, टीवी , रेडियो वाटसअप हमें लगातार कुछ ना कुछ बताते रहते है।  हम में से हर जवान और मध्यम आयु के नर और नारी दोनों
स्मार्ट फ़ोन के द्वारा बाते करते, मुस्कराते और उदास होते नज़र आते है। बाइबिल के पुराने नियम की पुस्तक होशे के 4 थे अध्याय की 6 ठी आयत में परमेश्वर का वचन, सही ज्ञान के ना  होने से लोग के विनाश होने की बात करता  है। मनुष्य को विनाश से बचाने का यह ज्ञान भारत में भी योरोप की तरह 2000 साल पहले दक्षिण भारत में आया और यह  एक और धरम के रूप चर्च की दीवारों के अंदर ही रह गया। आपमें से बहुत से लोग पादरी का काम करते है या किसी मसीह संस्थान की नौकरी और अपने प्रभाव का सिमित तरीके से उपयोग करते है , परन्तु रेडियो और टीवी के द्वारा हम वहां पहुँच सकते है जहाँ आपका चर्च नहीं। जब हम इजराइल और भारत की तुलना करते है तो दोनों ही देश 70 साल के हो गए है। परन्तु एक तो मध्य पूर्व की सफल अर्थव्यवस्था है  और सफल डेमोक्रेसी मानी  जाती है और दूसरी गरीबी , बीमारी और अन्याय से भरी हिपोक्रेसी ही बन कर रह गयी है।  इसका एक ही कारण है सही ज्ञान का ना  होना और मनुष्य के मूल्य की अवहेलना। बाइबिल के अनुसार पैदा होने से मरने के दिन तक मेरा और आपका महत्व है। आपको पाप की सत्ता से बचाकर येशु ने बीमारी , गरीबी , मौत और हर तरह के श्राप से आपको और मेरे को मुक्त किया। परमेश्वर के द्वारा दिया हुआ बलिदान हमारे परिवार , समाज और देश सबको विनाश से बचने में सक्षम है। सबका रेडियो और आपकी आशा टीवी श्रंखलाये इसी ज्ञान को फैलाने के लिए ही शुरू की गयी है।
हम आपके साथ सुसंचार को फैलाने वाले बिना दीवारों के चर्च है और आप को साथ लेकर चलने को तत्पर है। अगर आप आर्थिक रूप से, प्राथना के द्वारा ,सन्देश जा संगीत भेजकर या अपने चर्च में सबका रेडियो और आपकी आशा की सेवाओं के बारे में बताएँगे तो आप परमेश्वर के राज्य के विस्तार में सहयोगी होंगे। और जानकारी के लिए हमारे वेबसाइट पर जाये और वहां से हमारा इ- मेल एड्रेसस जा फ़ोन नंबर लेकर संपर्क करे।

डेमोक्रेसी और परमेश्वर

क्या डेमोक्रेसी मनुष्य को चुनाव से पहले झूठे वायदो से मुर्ख बनाकर वोट लेने , चुनाव के जीतने के बाद प्रेस की फ्रीडम को ख़तम करने ,अबला ,अल्पसंख्यको और अनाथो को मारकर अपनी सत्ता को बढ़ाने का नाम है ? एशिया और मिडिल ईस्ट, लैटिन अमेरिका और अफ्रीका में यह उदहारण प्रीतिदिन की न्यूज़ में देखने ,सुनने और पढने को मिलते है। देशो के लीडर्स जनता के टेक्स से इकठे पैसे का दुरपयोग करके अपने घर को भरते है और अमीरो की देखभाल करके गरीबो का हक़ मारते है। बहुत से देशो की गरीबी का कारण उनकी स्वार्थी राजनैतिक और धार्मिक विचारधारा है। सरकारे लोगो को लिए शिक्षा , सुऱक्षा ,स्वास्थ्य का प्रबंध करने और उन्हें
गरीबी से निकालें की बजाय सही डेमोक्रेसी की परिभाषा को अपने हितो के अनुसार बदल देती है।
पाश्चत्य देशो में जहाँ सही मायने में डेमोक्रेसी कामयाब है वहां बाइबिल की शिक्षा का मूलभूत अनुसरण किया जाता है। इजराइल के देश को मिस्त्र की गुलामी के बाद स्वतंत्र होने के बाद १० आज्ञाएं दी गयी थी और येशु मसीह के यह शिक्षा अपने पडोसी को वैसे ही प्रेम करो जैसे अपने आप को , आज भी इस्राल और पश्चिम के देशो की राजनैतिक विचारधारा के व्यवहार में लायी जाती है। बाइबिल यह भी कहती है कि न्याय सा राजा स्थिर होता है परन्तु अन्याय और अत्याचार को बढावा इन देशो में सरकारी मशीनरी के द्वारा किया जाता है। हमेशा अपने पापो का दोष दूसरे पर लगाने से बात नहीं बनती।
परमेश्वर ने २००० साल पहले अपने बेटे को भेजकर रोमन सरकार को और आडम्बर वाले धार्मिक अनुष्ठान का नाश कर दिया और सच्ची स्वतंत्रता के बारे में उपदेश दिया। अधिक जानकारी के लिए बाइबिल की प्रति को खरीदकर पढ़े। हमारे ऑनलाइन रेडियो को सुने या टीवी कार्यक्रमों देखे। आप हमारे टीवी कार्यक्रम मीडिया के अंतर्गत देख सकते है और रेडियो प्रोग्राम लिंक पर क्लिक करके सुन सकते है।

जरा सोचिये – ७० साल की आज़ादी

पिछले साल भारत की आज़ादी को ७० साल हो गए और इस साल इजराइल की भी पुरे ७० साल।
परन्तु इजराइल मध्य पूर्व की एक प्रगतिशील अर्थ व्यवस्था और कई देशो को विभिन्न देशो को तकनिकी ज्ञान का निर्यात करता है। खेती , कंप्यूटर टेक्नोलॉजी और स्वस्थ्य सेवाओं में आगे छोटा सा यह देश विश्व को हैरान करता है।
भारत में इसके विपरीत गरीबी, हिंसा, सामूहिक बलात्कार, धार्मिक दंगे , प्रदूषण और अन्याय का बोलबाला है। हम कहाँ गलत है और कहाँ सही यह चिंतन का विषय है। क्या हम अपनी आने वाली पीढ़ीओ को अपने ही देश में सुख से रोटी दे पाएंगे ? क्या शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध होंगी ? क्या नारी की सुरक्षा के बारे में सोचा जाएगा।
जरा सोचिये हम ७० साल में कहा से कहाँ पहुंचे है ?
देखिये हमारा टीवी सीरियल : जरा सोचिये sabkaradio.com Other media film photo

परमेश्वर की सुरक्षा

मनुष्य होने के नाते हम परमेश्वर की सुरक्षा को एक जादू का घेरा समझ कर यह देखना चाहते है कि हमारे ऊपर कोई बुराई न आये। हाँ, यह सच है कि परमेश्वर हर बुराई या नाश से हमें बचा सकता है परन्तु हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि हम एक ऐसी दुनिया में रहते है जहाँ पाप की उपस्थिति के कारण पतन की स्थिति है और मनुष्य को सही या गलत चुनने का विक्लप दिया गया है। परमेश्वर इस तरीके से काम करता है कि हम समझ नहीं पाते। बहुत बार परमेश्वर की सुरक्षा हमारे जीवन में शांति और सामर्थ के रूप में आती है बेशक हमारे जीवन में निराशा हो। कई बार परमेश्वर उस क्षितिज में देखता है जो हमें दिखाई नहीं देता। येशु मसीह में विश्वासी होने के नाते हमें एक नये जीवन के अनुभव का वायदा मिलता है जहाँ परमेश्वर के प्रेम से कभी भी अलग ना होने के कारण उससे सुरक्षा का साया हमारे ऊपर निरंतर होता है। आपको यह समझ कर सकून होना चाहिए कि चाहे कितनी भी मुश्किल परिस्थिति हों, परमेश्वर हमारे को सब कुछ देने वाला और सुरक्षा प्रदान करने वाला प्रभु है ! यहाँ पर बताई हुई बाइबिल की आयते निरंतर मुख से बोलने से आपके दिल में विश्वास आयेगा और उसकी अलौकिक सुरक्षा का साया आपके जीवन से कभी भी हटेगा नहीं।

१ कुरिन्थिओ १० : १३ ऐसी कोई भी परीक्षा तुम्हे नुकसान नहीं पहुचायेंगी जो मनुष्य के लिए सामान्य है। परमेश्वर विश्वसनीय है;वह तुम्हे उससे अधिक ताड़ना नहीं सहने देगा जो आपकी बर्दाश्त से बाहर हो। परन्तु जब आपके जीवन में परीक्षा आती है, तो वह तरीका भी बतायेंगा कि उसे कैसे सहा जाये।

२ थिस्सलुनीकियो ३:३ परन्तु परमेश्वर विश्वसनीय है , वह तुम्हे शक्ति देगा और दुष्ट से सुरक्षा भी देगा।

१ व्यवस्थाविवरण ३१:६ शक्तिशाली बनो और होंसला करो । किसी से डरने और भयमानने की जरूरत नहीं, क्योकि परमेश्वर तुम्हारा प्रभु तुम्हारे साथ साथ जाता है ; वह तुम्हे न तो छोड़ेगा और न ही भूलेगा।

यशायाह ४१: १० डर मत और न ही निरुत्साहित हो, क्योकि मैं तुम्हारा परमेश्वर हूं। मैं तुम्हे शांति दूंगा और तुम्हारी सहयता करूंगा ;मैं तुझे आपने पवित्र दाहिने हाथ से थामा रहूंगा।

नीतिवचन २:११ सही फैसला करने की क्षमता तुम्हे सुरक्षित रखेंगी और समझ तुम्हारी पहरेदारी करेंगी।

नितिवचन ४: ६ बुद्धिमानी को मत भूल, वह तुम्हे सुरक्षित रखेंगी; उससे प्रेम कर और वह तुम्हारी देखभाल करेंगी।

भजनसहिंता ५:११ परन्तु वे जो उसके पास शरण लेने के लिए जाते है; प्रसन्न हो; वह हमेशा आनंद से गीत गायें। अपनी सुरक्षा का साया उनके ऊपर फैला, जिससे जो तेरे नाम से प्रेम करते है आनंदित हो।

भजनसंहिता १२:क्योकि गरीब पर हिंसा की जा रही है और लाचार कराहा रहे है , इसलिए मैं अब उठ खड़ा होऊंगापरमेश्वर यह कहता है। मैं उन्हें उनसे सुरक्षित रहूँगा जो उससे घृणा करते है।

भजनसंहिता २०:१ ऐसा हो कि परमेश्वर तुम्हे तब जवाब दे जब तुम दुख में हो ; याकूब का परमेश्वर तुम्हे सुरक्षा दे।

भजनसंहिता ३४ : १९ धर्मी व्यक्ति के सामने मुश्किलें हो सकती है परन्तु परमेश्वर उन्हें उन सब में से निकलता है।

भजनसंहिता ४६ : १ परमेश्वर में हमारी शरण और शक्ति है और हमेशा उपस्थित सहायता जब मुश्किलें आती है।

भजनसंहिता ५७ : १ मेरे पर दया कर , हे मेरे परमेश्वर दया कर , क्योकि में तेरे पंखो के साये में शरण लेता हू जब तक मुसीबत चली नहीं जाती।

भजनसंहिता ५९:१ मुझे मेरे शत्रुओ से छुटकारा दे , हे परमेश्वर ; मेरे लिए किले की दिवार बन जिससे मुझ पर हमला न हो पाए।

भजनसंहिता १३८ :७ बेशक में मुसीबत में से गुजर रहा हूं। आप अपने हाथ को मेरे शत्रुओ के क्रोध विरुद्ध आगे बढ़ाओ, अपने दाहिने हाथ से मेरे को बचाओ।

भजनसंहिता १४०:४ है परमेश्वर , मुझे दुष्ट के हाथ से सुरक्षित रख; मुझे हिंसा करने वाले से बचा जो मेरे पैर को फंसाना चाहता है।

१ थिस्सलुनीकियो ५: २३२४ ऐसा हो कि परमेश्वर स्वयं, जो शांति का परमेश्वर है तुम्हे पूरी तरह से पवित्र करे। ऐसा हो कि तुम्हारी आत्मा ,मन और शरीर निर्दोष रखे रहे जब तक येशु मसीह वापस नहीं आते। वह जिसने तुम्हे बुलाया है, विश्वसनीय है और करके दिखायेगा।

२ कुरिन्थिओ ४:९ हम हर तरफ से बुरी तरह से दबाये जा रहे है व्याकुल तो है पर कोई बात नहीं , सताए जा रहे है पर तिरस्कृत नहीं बुरी तरह से निचे गिराए जा रहे पर विनाश से बचे हुए है।

. शमूएल २२:४ मेरा परमेश्वर मेरी चट्टान है जिसमे मैं शरण लेता हूं ,वह मेरी ढाल और मेरी मुक्ति का सींग हैं। वह मेरे छुपने का स्थान , शरण और उधारकर्ता है हिंसा करने वाले लोगो से वह मेरी रक्षा करता है। मैंने परमेश्वर को पुकारा जो प्रशंसा के योग्य है और मैं अपने शत्रुओ से बचा लिया गया।

भजनसंहिता २३ :४ परमेश्वर मेरा चरवाहा है, मुझे किसी भी चीज़ की घटी नहीं होगी। वह मुझे हरी हरी घांस में लिटाता है और शांत पानी के पास ले जाता है। वह मेरी आत्मा को तृप्त करता है। वह सही रास्तो की और मेरा मार्गदर्शन अपने नाम के कारण करता है। बेशक मैं अंधकार की घाटियों में भी चलूँगा तो भी किसी भी बुराई से नहीं डरूंगा क्योकि आप मेरे साथ हो।

यूहन्ना १०:२८ ३० और मैं उन्हें अनंत जीवन देता हूँ। वह कभी नष्ट नहीं होंगे और उन्हें कोई मेरे हाथ से नहीं छीनेगा। मेरा पिता जिसने उन्हें मुझे दिया है सब से बड़ा है पर कोई उन्हें पिता के हाथ से नहीं छीन सकता। मैं और मेरा पिता एक है।

भजन सहिंता १२१ :मैं अपनी आँखे पर्वतो की और लगाऊंगा। मुझे सहायता कहाँ से मिलती है ? मुझे सहायता यहोवा से मिलती है जो आकाश और पृथ्वी का रचियता है। वह तेरे पैर को हिलने नहीं देगा और ना ही वह सोयेगा क्योकि वह रक्षक है। यहोवा तेरा रक्षक है ; यहोवा तेरी दाहिने और तेरी आड़ है। न तो धुप और ना ही रात की चांदनी तुझे हानि पहुंचायेगी। यहोवा सारी विपति से तेरी रक्षा करेगा ; वह तेरे प्राण की रक्षा करेंगा। यहोवा तेरे आने जाने में तेरी आप से सदा तक रक्षा करेंगा।

भजनसहिंता ९१ : जो परमप्रधान के छाए हुए स्थान में बैठा रहे , वह सर्वशक्तिमान की छाया में ठिकाना पाएंगा। मैं यहोवा के विषय में यह कहूंगा ; वह मेरा शरणस्थान और गढ़ है ;वह मेरा परमेश्वर है, मैं उस पर भरोसा करूंगा। वह मुझे बहलिए के जाल से और महामारी से बचाएगा ;वह तुझे पंखो की आड़ में ले लेगा , और तू उसके परो के नीचे शरण पाएंगा , उसकी सच्चाई तेरे लिए ढ़ाल और झिलम ठहरेगी। तू ना तो रात के भय से डरेगा और ना उस तीर से जो दिन में उड़ता है ना उस मरी से जो अंधेरे में फैलती है , न ही इस महारोग से जो दिन में फैलता है। तेरे निकट हज़ार और तेरे दाहिने और दस हज़ार गिरेंगे ; परन्तु वह तेरे पास नहीं आएंगे। परन्तु तू अपनी आँखों से द्रष्टि करेंगा और दुष्टो के अंत को देखेगा। हे यहोवा तू मेरा शरणस्थान ठहरा है। तूने जो परमप्रधान को अपना धाम मान लिया है ,इसलिए कोई विपत्ति तुझ पर नहीं पड़ेंगी ,और न ही कोई दुःख तेरे डेरे के निकट आयेंगा। क्योकि वह अपने दूतो को तेरे निमित आज्ञा देंगा, कि जहाँ कही तू जाये वे तेरी रक्षा करे। ऐसा नो हो कि तेरे पांव में ठेस पहुंचे। तू सिंह और नाग को कुचलेगा , तू जवान सिंह और अजगर को लताडेगा। उसने जो मुझ से प्रेम किया है , इसलिए में उसे छुड़ाऊंगा , में उसे ऊंचे स्थान पर रखूँगा , क्योकि उसने मेरे नाम को जान लिया है। जब वह मुझ को पुकारेगा तब में उसकी सुनुँगा , संकट में में उसके संग रहूंगा , मैं उसको बचाकर उसकी महिमा बढ़ाऊंगा। में उसे लम्बी उम्र दूंगा और उद्धार का दर्शन दिखाऊंगा।

जीवन में स्थिरता !

हम में से बहुत से लोग एक बंजारे का जीवन जीते है। सही रोजगार का न मिलना , बीमारी का न जाना, बेटी की शादी का न होना, संतान की शिक्षा की चिंता या फिकर , हमारे जीवन की निरंतर समस्या रहती है। परन्तु बहुत से लोग यह जानते और समझते नहीं कि हमें बनाने वाला परमेश्वर हमें प्यार करता है और आज से २००० हज़ार साल पहले उसने अपने पुत्र येशु मसीह को इस धरती पर भेजा और उसने हमें हर पाप और श्राप के प्रभाव से स्वतंत्र किया। उस पर विश्वास करने से हमारे जीवन में आशा आएँगी और उसकी उपस्थिति हमारे जीवन को स्थिर करेंगी।
परमेश्वर के बारे में जानना और उसको जानना दो अलग अलग बाते है। वह हमें प्यार करने वाला पापा, डांटने वाला पिता , रहस्यो खोलने वाला दोस्त और न्याय करने वाला जज है।
उसके साथ घनिष्ठ सम्बन्ध बनाने वाले, उसके साथ संगती करने वाले लोग उसके सामने निरंतर अपने पापो का प्रायशचित करते है और उससे जीवन की हर आवश्यकता के लिए प्राथना करते है। उसका धन्यवाद , स्तुति और आराधना हमें उसकी आवाज़ सुनने का अवसर देती है। अगर आप उसके साथ संगती में शामिल होना चाहते है तो उसके वचन बाइबिल का अध्ययन करना प्रारम्भ कर दीजिये।
सबका रेडियो आप को परमेश्वर को जानने और उससे घनिष्ट सम्बन्धो बनाने के बारे में बताता है। अगर हम चाहते है कि हम आपकी आवश्यकताओ के लिए प्राथना करे तो हम वह भी करने को तैयार है। हमें इ-मेल भेजिए जा फ़ोन करिये।
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