हिंदी और उर्दू भाषा बोलने वालो के जीवन में आशा लाने वाला रेडियो !

जीवन के युद्ध में बहुत से लोग हर जाते है। सपने साकार नहीं होते , मन की मंशा पूरी नहीं होती।  रिश्तेदार,सके सम्बन्धी माँ बाप  साथ नहीं देते। जो  विचारधारा और परंपरा हमारे पूर्वजो ने सिखाई थी वह जीवन की परिस्थतिओं को बदलने में सहायक नहीं होती। क्या  बीमारी , गरीबी आंसू, दुःख, तकलीफ और श्राप ही मेरी तक़दीर का हिस्सा है ? कई बार घबराहट होती है और जीने की इच्छा नहीं होती। कुछ लोगो को भौतिकवाद की सब सुख सुविधाएं उपलब्ध होने के बावजूद भी अकेलापन और शून्यता महसूस होती है। असंभव , असहाय और आशारहित स्थिति में क्या करे ? कहा जाये ? कैसे होगा ? प्रश्न सामने आते है, परन्तु कोई जवाब नहीं मिलता। 

इन सब बातो का विश्लेषण ,जीवन में आशा लाने का तरीका और सपनो को साकार करने वाला परमेश्वर का ज्ञान बाइबिल नामक पुस्तक में उपलब्ध है।  हमारा रचियता, हमें माँ के पेट से सुरक्षित बाहर निकलने वाला प्रभु हमें बिना किसी शर्त  के प्रेम करता है और हमें हर दुःख ,सकंट ,और शून्यता से निकलाने में सक्षम है। उसने २००० वर्ष पहले दुनिया के बिलकुल मध्य एक देश जिसका नाम इजराइल है ,में अपने बेटे को आदमी बनाकर भेजा। वह ३३ साल इस धरती पर रहा और जीवन के पिछले ३ सालो में मनुष्य को हर बीमारी , दुष्ट आत्मा से चंगा किया और परमेश्वर के राज्य का प्रचार किया जहा न्याय, शांति ,स्वास्थय और सम्पनता उपलब्ध है। मनुष्य को बचाने ना कि  मारने की इस शिक्षा ने उस समय के धार्मिक नेताओं को क्रोधित किया और उन्होंने उसे सूली पर चढ़ा दिया, परन्तु परमेश्वर ने  उसे तीसरेदिन मुर्दो से जिन्दा कर दिया और वह अपने शिष्यों को जी उठ कर नज़र आया और बाद में वह उनकी आँखों के सामने स्वर्ग में चला गया जहाँ से जिंदो और मुर्दो का न्याय करता है।उसका एक चेला थॉमस ५२वी सदी में  दक्षिण भारत में आया और उसने भी लोगो को चंगा किया और  परमेश्वर से अपने पाप की क्षमा मांगकर उस के साथ सम्बन्ध बनाने के लिए प्रेरित किया। बाइबिल यह कहती है कि येशु मसीह ने सूली पर जाकर मनुष्य जाती के सारे श्राप ,बीमारिया ,गरीबी और दुःख सकंट अपने ऊपर ले लिए और उसे पाप , बीमारी और मौत से छुटकारा दिला दिया।  यह ज्ञान अदभुत है और हमारे जीवन की निराशा को आशा में बदल सकता है।  

इस ज्ञान को आप से परिचित कराने और आपको परमेश्वर  रहस्यों को बताने के लिए हमने सबका रेडियो हिंदी और उर्दू भाषा बोलने वालो के लिए शुरू किया है।

यह फिलहाल केवल ३ घंटे के लिए है और रोज सुबह ७ बजे और शाम को ९ बजे भारतीय समय के अनुसार टेबलेट, कम्यूटर या स्मार्ट फ़ोन पर  इंटरनेट के जरिये सुना जा सकता है। 

आप को इन वेबसाइट की रेडियो लिंक पर क्लिक कर के प्ले करने की जरूरत है ! निराशा में आशा लाने के लिए सबका रेडियो को सुंनना मत भूलिए !

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